

पिछले कुछ दिन पहले विपक्षी दलों के नेताओं और पत्रकारों ने आईफोन हैक करने के लिए स्टेट स्पॉन्सर्ड हमले की कोशिश का आरोप लगाया है। केंद्र सरकार ने इसकी जांच के आदेश भी दिए हैं। और साथ ही एप्पल कंपनी से भी कहा है कि वे इसकी जांच कराये। लेकिन सवाल ये उठता है कि आपका फोन हैक हो गया है? ये कैसे पता चलेगा और इससे बचाव के लिए आप क्या कर सकते हैं?
2021 में हुआ था हैक करने का खुलासा
2021 में दुनियाभर में हुई जांच से पता चला कि इजरायली एनएसओ ग्रुप द्वारा विकसित पेगासस नामक स्पाइवेयर का इस्तेमाल भारत तथा विदेशों में कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के फोन को हैक करने के लिए किया गया था। एक साल बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तकनीकी समिति ने निष्कर्ष निकाला कि जिन फोनों की जांच की गई, उनमें पेगासस इंस्टॉल नहीं था।
ऐसे पता लगाएं फोन हैक है या नहीं ?
अगर आपके फोन की बैट्री तेजी से खत्म हो रही है तो समझ जाये कि आपका फोन हैक हो गया है। इसके अलावा, फोन का धीमा चलना या गर्म होना, ऐप अचानक बंद होना या बार-बार फोन रीबूट होना, टेक्स्ट या शुल्क दिखने लगें तो सतर्क हो जाएं। ये हैकर्स आपके फोन हर डाटा चुरा सकते हैं
ये हैकर्स मैलवेयर के साथ या किसी कंपनी या विश्वसनीय व्यक्ति के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को ऐप इंस्टॉल करने का लालच देते हैं। आप जो टाइप करते हैं या कहते हैं, उस पर नजर रखने के लिए वे सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉट और कीलॉगर्स का भी उपयोग करते हैं। अगर आपका फोन 30 फीट के दायरे में है तो हैकर्स उससे ब्लूटूथ कनेक्शन जोड़ सकता है। हैकर आपके फोन के संदेश, फोटो, कॉल लॉग, इंटरनेट ब्राउजिंग हिस्ट्री और ऑनलाइन स्टोरेज साइटों से सिंक की गई हर चीज तक पहुंच सकता है। यहां तक कि क्रेडिट कार्ड खाते और अन्य व्यक्तिगत जानकारी जैसे डाटा को भी हासिल कर सकता है।
हैकर्स से अपने फोन का बचाव कैसे करे
एमकैफे के अनुसार, लोग अपने फोन को एन्क्रिप्ट करें (सुरक्षा सेटिंग्स में जाकर), सिम कार्ड लॉक करें, इंटरनेट के लिए प्राइवेट नेटवर्क का उपयोग करें, उपयोग में न होने पर वाई-फाई और ब्लूटूथ बंद रखें और थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से दूर रहें।
आईफोन की हैकिंग आसान नहीं
एप्पल अपने बग को आसानी से ठीक कर सकता है क्योंकि उसके पास एक ही ऑपरेटिंग सिस्टम है। दूसरी ओर एंड्रॉयड का ऑपरेटिंग सिस्टम अलग-अलग बिल्ड में आता है। इसका अपडेट भी बहुत बोझिल होता है।
पेगासस जैसे स्पाइवेयर दूर से आईफोन तक पहुंच सकते हैं, लेकिन सुरक्षा फर्म सर्टो सॉफ्टवेयर के अनुसार रिमोट हैकिंग काफी महंगी है, जिसकी लागत कम से कम 1 लाख डॉलर है। और यह विशेष तरह का अविश्वसनीय काम है। इसीलिए आईफोन को हैक करना आसान नहीं होता।