
उत्तरप्रदेश मे अब आम लोग भी अपना आयुष्मान कार्ड सकेंगे इसके लिए अपने स्मार्टफोन के प्ले स्टोर से आयुषमान एप को डाउनलोड करना होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अथारिटी, भारत सरकार के इस नए एप्लिकेशन की सहायता से अब कोई भी लॉग इन कर ( जिसका नाम सूची में शामिल है) आयुष्मान कार्ड ई-केवाईसी करके डाउनलोड कर सकता है। या अपने कम्प्युटर या मोबाइल के ब्राउज़र मे beneficiary nha टाइप पर आयुष्मान भारत की आधिकारिक वैबसाइट पर जा सकता है इस योजना से लाभार्थी सभी सरकारी अस्पताल या चुनिन्दा प्राईवेट हॉस्पिटल मे 5 लाख तक का इलाज करा सकता है।

अब तक जिन लोगो का नाम सूची मे है लेकिन उनका अलग अलग कारणो से कार्ड नहीं बन सका है। अब वे लोग इस एप की सहायता से स्वयं अपना कार्ड बना सकते हैं। इससे कार्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों व जन सेवा केंद्रों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इसका एक मुख्य घटक आयुष्मान आपके द्वार 3.0 है। इसके तहत आयुष्मान योजना के लाभार्थी पोर्टल पर जाकर या गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान ऐप डाउनलोड करके बेनिफिशियरी के रूप में लॉगिन कर स्वयं अपना आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं। इसका उपयोग कोई भी सहायक अथवा समाजसेवी अथवा आम नागरिक या सरकारी कर्मचारी भी संभावित आयुष्मान योजना के लाभार्थी के लिए कार्ड बना सकता है।
आंगनबाड़ी व कोटेदार को दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रदेश मे अब जिलो के ब्लॉक कम्युनिटी प्रक्रिया मैनेजर, आयुष्मान मित्र एवं कंप्यूटर ऑपरेटर को अपने-अपने ब्लॉक में सभी आशा कार्यकत्रियों, आंगनबाड़ी सहायिका के साथ कोटेदार एवं सफाई कर्मी,रोजगार सेवक आदि वर्कर को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर बनाया जा रहा है। जो बीआईएस 3.0 मॉड्यूल एप्लीकेशन मोबाइल एप की सहायता से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए संबंधित सभी वर्करो को प्रशिक्षण देंगे। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा आदेश जारी किए जा रहे है

परिवार के छह सदस्य ही योजना में होंगे शामिल
इस योजना के तहत जिस परिवार ने छह सदस्य है उनको इस योजना मे शामिल किया जाएगा साथ ही अंत्योदय परिवार के सभी पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान योजना में शामिल किया गया है। जिन लोगो का नाम सूची मे शामिल है ऐसे लाभार्थी आयुष्मान कार्ड पंचायत सहायक के माध्यम से अथवा जनसेवा केंद्र से व पंजीकृत चिकित्सालय में आयुष्मान मित्र से अथवा लाभार्थी स्वयं एप्लीकेशन की सहायता से अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकेंगे।