दलिया पोषाहार की 45 बोरी बाजार में मिली, एसडीएम ने गाड़ी पकड़ी,ड्राइवर भागा
आंगनवाड़ी पोषाहार

बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए निशुल्क पोषाहार दिया जाता है। केन्द्रो के लाभार्थियो को कुपोषण की स्थिति को देखते हुए अलग अलग श्रेणी के अनुसार राशन दिया जाता है।
लेकिन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियो द्वारा इस राशन को वितरण और आपूर्ति करने मे बड़ा घपला किया जाता है। इसको देखते हुए सरकार ने पोषण ट्रेकर के माध्यम से इस व्यवस्था मे बदलाव किए है। जिससे सरकारी राशन की चोरी को रोका जा सके।
हापुड़ जिले मे आंगनवाड़ी पोषाहार की चोरी का बड़ा मामला सामने आया है जिले के पक्का बाग मंडी में एक गाड़ी में दलिया के 40 से 45 कट्टे बिक्री के लिए आए थे जिसे एसडीएम ने सूचना के आधार पर पकड़ लिया है। लेकिन एसडीएम को देख गाड़ी चालक भाग गया है। पुलिस ने दलिया के कट्टों समेत गाड़ी को कब्जे में ले लिया लिया और एसडीएम ने इस राशन मामले मे जांच शुरू कर दी है।
एसडीएम ईला प्रकाश को बिक्री पुलिस के अनुसार सूचना मिली कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को वितरण होने वाले पोषाहार को दलिया पक्का बाग मंडी में बेचने के लिए लाया जा रहा है। सूचना मिलने पर एसडीएम पक्का बाग मंडी पहुंची तो एक छोटा हाथी गाड़ी मे पोषाहार के कट्टे भरे हुए थे। एसडीएम की गाड़ी देख गाड़ी चालक गाड़ी छोड़कर वहा से भाग गया।
एसडीएम द्वारा गाड़ी की जांच की तो उसमें दलिया के 40 से 45 कट्टे मिले जिस पर आईसीडीएस विभाग की मोहर लगी हुई थी। इसके बाद सूचना देने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों का कहना था कि चालक के मिलने के बाद ही पूरी जानकारी मिल सकेगी कि यह दलिया कहां से आया था।
एसडीएम ईला प्रकाश का कहना है कि बाल विकास पुष्टाहार विभाग का राशन सत्यापित होता है। इस राशन की कट्टे पर लगे कोड से जानकारी की जा रही है। राशन की जानकारी मिलने पर जिसने भी इस राशन को बेचने के लिए भेजा है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
माना जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या मे राशन की बोरी बेचने का मामला बड़ा ही सोचनीय है क्योंकि इतनी सारी बोरी किसी आंगनवाड़ी की नहीं हो सकती है। ये राशन विभागीय गोदाम से भी आ सकता है गोदाम से केन्द्रो पर आपूर्ति करने के बजाय इस राशन को सीधे मंडी बेचने के लिए भेज दिया है।