आंगनवाड़ी केंद्रों मे बर्तन खरीदने के लिए प्रशासन के पास पैसे की कमी
आंगनवाड़ी न्यूज

सुलतानपुर जिले में बाल विकास विभाग के अंतर्गत चलने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति बेहद निराशाजनक है। जिला प्रशासन आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों की शिक्षा व कुपोषण दूर करने के नाम पर खानापूर्ति का रहा है। आंगनवाड़ी केन्द्रो के भवन और केन्द्रो की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।
वर्तमान समय मे जिले मे जनपद में 2511आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। जिसमे मात्र 451 आंगनबाड़ी केन्द्र विभागीय भवन मे संचालित होते है जबकि लगभग दो हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्रों के पास खुद का अपना भवन भी नसीब नहीं है।
जिले के अधिकतर आंगनवाड़ी केंद्र प्राथमिक स्कूल और पंचायत भवन में संचालित किये जा रहे हैं। जिसमे 400 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र भी शामिल हैं। आंगनवाड़ी केन्द्रो पर कार्यकत्री की भी नियुक्ति नहीं है। जिले मे 159 आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद रिक्त पड़े हैं।
इन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर अन्य केन्द्रो की कार्यकत्री को चार्ज देकर काम चलाया जा रहा है। जिले मे शासन के निर्देश पर ऑनलाइन आवेदन लिये जा चुके है लेकिन अभी आवेदन सत्यापन का कार्य लंबित है। भर्ती पूर्ण होने पर ही आंगनवाड़ी केन्द्रो का संचालन सुचारु रूप से चलेगा।
जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हाटकुक्ड योजना भी ठप्प पड़ी है। जिले के 298 आंगनवाड़ी केन्द्रो पर बच्चों को गर्म भोजन खिलाने के लिये बर्तनो की भी व्यवस्था नहीं हैं। आंगनवाड़ी वर्कर न होने से स्थानीय पार्षद/ग्राम प्रधान भी सहयोग नहीं कर रहे है।
इस सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि केन्द्रो पर बच्चो को भोजन देने के लिये बर्तनो की कमी आ रही है। इसके लिये शासन से पैसे की मांग की गई है। बजट आते ही केन्द्रो पर बर्तनो की व्यवस्था की जायेगी।