
प्रयागराज उत्तर प्रदेश मे चल रहे 2332 राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता और सहायक अध्यापक भर्ती के लिए शैक्षिक अर्हता का मामला अभी तक नहीं सुलझ सका है। पांच सदस्यीय गठित कमेटी ने शैक्षिक अर्हता तय करने के बाद विषयवार पदों पर चयन के लिए मई में ही निर्धारित शैक्षिक और समकक्ष अर्हता पर अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। लेकिन पांच महीने बाद भी रिपोर्ट को शासन द्वारा मंजूरी नहीं मिल सकी है।
जिसके कारण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अर्हता निर्धारित न होने के कारण प्रवक्ता और सहायक अध्यापक के रिक्त पदो पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी नहीं कर रहा है। इस वजह से राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 10322 रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो रही है।
इससे पूर्व राजकीय विद्यालयों में 10768 पदों पर एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 15 मार्च 2018 को विज्ञापन आया था। उसमें ढाई हजार से अधिक पद रिक्त रह गए थे और प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया अब तक चल रही है।
साथ ही प्रवक्ता के 1473 पदों पर भर्ती के लिए 22 दिसंबर 2020 को विज्ञापन आया था। एलटी भर्ती में हिन्दी समेत कुछ विषयों की अर्हता को लेकर विवाद होने की वजह से बहुत से अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट मे याचिका डाल दी। इन समस्याओ को देखते हुए लोक सेवा आयोग ने इस बार विज्ञापन जारी करने से पहले विवाद न हो की स्थिति को निपटाने से पहले अधिकारीयों से समकक्षता स्पष्ट करने को कहा है।